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भाजपा के सूत्रों का कहना है कि फिजिकल रैली की इजाजत चुनाव आयोग नहीं देता है तो इसी तरह वर्चुअल रैली पर जोर दिया जाएगा। एक रैली के माध्यम से पांच से छह जिलों को साधने का प्रयास रहेगा। यूपी के चुनावी रण में भाजपा अपने सभी दिग्गजों को उतार रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ, अमित शाह और जेपी नड्डा के बाद अब पीएम मोदी खुद इस चुनावी राज्य की बागडोर संभालेंगे। पीएम 31 जनवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली वर्चुअल रैली को संबोधित करने जा रहे हैं। पीएम मोदी की वर्चुअल रैली की तैयारी इस तरह से की गई है कि, जिससे पहले चरण में मतदान वाले जिलों को केंद्रित किया जा सके।
उधर, पार्टी के सूत्रों का कहना है कि अगर चुनाव आयोग फिजिकल रैली व रोड शो की इजाजत नहीं देता है तो इस तरह की वर्चुअल रैली पर और ध्यान केंद्रित किया जाएगा। दरअसल, कोरोना संक्रमण के कारण चुनाव आयोग ने सिर्फ वर्चुअल रैली की ही इजाज रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम की इस पहली में पश्चिमी यूपी के पांच से छह जिलों को कवर करने की योजना है। इस रैली का केंद्र सहारनपुर, बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और गौतम बुद्ध नगर जैसे जिलों पर होगा। इसके जरिए भाजपा 21 विधानसभा क्षेत्रों को साधने की कोशिश करेगी। इसके लिए हर भाजपा मंडल में एक एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी। एक स्क्रीन के माध्यम से 500 लोगों को रैली में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। त दी है। भाजपा का मुख्य जोर पश्चिमी यूपी में ही। पीएम की वर्चुअल रैली से पहले यहां पर खुद केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा जैसे वरिष्ठ नेता डोर-टू-डोर जाकर भाजपा का प्रचार कर रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत कई नेता यहां पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं।