(DJ)
कर्नाटक के धुआंधार चुनावी दौरे के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तत्काल 2019 की तैयारियों में जुट गए हैं। कर्नाटक का नतीजा आने से एक दिन पहले ही 14 मई को उन्होंने सभी प्रदेश अध्यक्षों, संगठन मंत्रियों व केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। जबकि तीन दिन बाद 17 मई को प्रधानमंत्री पार्टी के सभी मोर्चो की संयुक्त कार्यसमिति को संबोधित करेंगे।
ध्यान रहे कि शाह बार-बार 2014 के मुकाबले बड़े जनादेश का दावा करते रहे हैं। इसी नाते उन्होंने ऐसी सौ से ज्यादा सीटों पर मंत्रियों व पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी है जहां भाजपा नहीं जीती थी। पिछले महीने 14 अप्रैल से 5 मई तक चलाए गए ग्राम सुराज अभियान का भी यही उद्देश्य था। बताते हैं कि 14 मई को शाह ने जो बैठक बुलाई है उसमें प्रदेश अध्यक्षों, संगठन मंत्रियों व पदाधिकारियों से इसी का लेखा जोखा लिया जाएगा कि उन्होंने कितना काम किया है। जाहिर है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को लेकर विशेष चर्चा हो सकती है जहां अगले चार-पांच महीनों में चुनाव है। सूत्रों के अनुसार 17 मई को सभी मोर्चो की संयुक्त कार्यसमिति होगी जिसे प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे।