(A.U)
गढ़वाल में आरक्षित वन क्षेत्र में आग की सात और कुमाऊं में कुल आठ घटनाओं में 4.75 हेक्टर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि इस फायर सीजन में वनाग्नि की अब तक 167 घटनाएं हो चुकी हैं। जबकि 214 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। प्रदेश में रविवार को 12 घंटे में आठ स्थानों पर जंगल में आग लगी। गढ़वाल में सात और कुमाऊं में एक जगह जंगल में आग लगी। इस दौरान करीब पौने पांच हेक्टेयर वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। जबकि दस हजार रुपये से अधिक की आर्थिक क्षति का आकलन किया गया है।
मुख्य वन संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा ने बताया कि रविवार को गढ़वाल में आरक्षित वन क्षेत्र में आग की सात और कुमाऊं में एक घटना सामने आई। कुल आठ घटनाओं में 4.75 हेक्टर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि इस फायर सीजन में वनाग्नि की अब तक 167 घटनाएं हो चुकी हैं। जबकि 214 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। जंगल में आग की इन घटनाओं के बाद अब तक करीब छह लाख रुपये के नुकसान का आकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि जंगलों को आग से बचाए रखने में ग्रामीणों और राहगीरों की भूमिका अहम हैं। इस दौरान यदि किसी को भी जंगल में कहीं आग लगी दिखाई देती है, तो संबंधित रेंज कार्यालय, डीएफओ कार्यालय या आपदा कंट्रोल रूम को तत्काल इसकी सूचना दें। ताकि वक्त रहते जंगल की आग पर काबू पाया जा सके।