(DJ)
सरकार ने एयर इंडिया पर अब तक का हर कदम संजीदगी से उठाया है। लोगों को किसी बिक्री के लिए ग्राहक नहीं मिलने और नीतिगत फैसले के बीच के अंतर को समझना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साक्षात्कार में यह बात कही। मई में एयर इंडिया के विनिवेश का प्रयास असफल रहने के बाद प्रधानमंत्री ने पहली बार इस संबंध में टिप्पणी की है। कंपनी के निजीकरण को लेकर सरकार के गंभीर नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘मंत्रिमंडल के स्तर पर हमने एयर इंडिया ही नहीं, बल्कि घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की कई कंपनियों के विनिवेश को मंजूरी दी है।
यह अपने आप में ऐतिहासिक है। अगर इन कंपनियों को बेचने में सफलता नहीं मिली है, तो यह समय और प्रक्रिया का मसला है। हम ऐसा सौदा नहीं करना चाहते कि हम पर आरोप लगे कि हमने कंपनी को कम में बेच दिया, जबकि उससे ज्यादा कीमत मिल सकती थी। लेकिन रणनीतिक बिक्री पर नीतिगत निर्णय लिया जा चुका है। किसी सौदे के लिए खरीदार नहीं मिलने और नीतिगत निर्णय के बीच का अंतर समझने की जरूरत है।’