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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर के अयोध्या विवाद पर समझौते के प्रयासों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 5 दिसंबर से रोजाना सुनवाई का फैसला ले लिया है। ऐसे में अदालत से बाहर बातचीत या मध्यस्थता के प्रयास न्यायालय के काम में बाधा ही डालेंगे।
इसलिए सभी पक्षों को धैर्य के साथ अदालत का फैसला मंजूर करना चाहिए। उन्होंने यूपी के नगर निकाय चुनाव के साथ-साथ हिमाचल और गुजरात के चुनावों में भी भाजपा को भारी बढ़त मिलने का दावा किया।
मुख्यमंत्री सोमवार को होटल ताज में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में अपनी बात रख रहे थे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि श्री श्री उनसे लखनऊ आकर मिले थे। किसी मुद्दा विशेष पर उनसे बातचीत नहीं हुई। यह एक सामान्य शिष्टाचार मुलाकात थी। उन्होंने कहा कि अयोध्या विवाद पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला 2010 में आया था। इन सात वर्षों में किसी भी पक्ष ने बातचीत नहीं की। इसलिए केस के मौजूदा स्टेज पर बातचीत या मध्यस्थता की कोई तुक समझ नहीं आती।