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भारत ने रूस को चेतावनी दी है कि अगर वह न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप(एनएसजी) का पूर्ण सदस्य बनने में असमर्थ होता है तो रूस को परमाणु ऊर्जा विकास के अपने कार्यक्रम में विदेशी साझेदारों को सहयोग देना बंद करना होगा।भारत ने कहा ऐसा नहीं करने पर वह कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना की 5वीं और 6वीं रिऐक्टर यूनिट्स के विकास से जुड़े समझौते पर अपने हाथ पीछे खींच सकता है।
भारत को ये कड़ा रुख इस वजह से अपनाना पड़ा क्योंकि उसे ऐसा लग रहा है कि रूस भारत को एनएसजी सदस्य बनवाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध नहीं दिखाई पड़ रहा, वह इस मामले में काफी लापरवाह है।