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उन्नाव में किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है। पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार सेंगर की वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस होने के बाद प्रशासन ने उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विधायक के रिवाल्वर, रायफल और बंदूक का लाइसेंस निरस्त करने के लिए पुलिस ने रिपोर्ट तैयार कर संस्तुति के लिए फाइल शुक्रवार को कलक्ट्रेट भेजी। हालांकि प्रभारी अधिकारी आयुध ने पुलिस की रिपोर्ट में कुछ कमियां पाए जाने पर वापस करते हुए सुधार के बाद सोमवार को दोबारा फाइल मांगी है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने किशोरी के पिता की हत्या में नामित विधायक के भाई अतुल सिंह के भी शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक जिन चार मुकदमों की जांच सीबीआई कर रही, उनमें विधायक के करीबी आरोपियों के भी शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे।