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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहली मुलाकात के दौरान एच-1बी वीजा का मुद्दा नहीं उठा। विदेश सचिव एस जयशंकर से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या मोदी और ट्रंप के बीच एच-1बी के मुद्दे पर बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं की आपसी और बिजनेस लीडर्स से बातचीत में डिजिटल पार्टनरशिप पर काफी बातें हुईं। लेकिन एच-1बी वीजा का मुद्दा नहीं उठा।
जयशंकर ने कहा कि बातचीत के दौरान अमेरिका और भारत के दोनों देशों के समुदायों की भूमिका की अहमियत रेखांकित की गई। उन्होंने कहा ‘अगर आपसी बातचीत में इस भूमिका के महत्व को समझा जा रहा है तो इसका मतलब यह है कि आगे भी इसे महत्व मिलेगा।’
भारतीय समुदाय में एच-1बी से जुड़े मुद्दे पर ट्रंप प्रशासन के सुधारों से बड़ी चिंता है। इससे जुड़े नियमों की समीक्षा से एच-1बी वीजा में कटौतियों की आशंका बढ़ गई है। भारतीय आईटी इंजीनियर बड़ी तादाद में इस वीजा पर अमेरिका नौकरी करने जाते हैं। उम्मीद की जा रही थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रंप से अपनी मुलाकात में यह मुद्दा उठाएंगे। लेकिन ट्रंप और मोदी की मुलाकात के बाद जारी किए संयुक्त बयान में एच-1बी मुद्दे का कोई जिक्र नहीं था।