(AU)
पेट्रोल और डीजल की होम डिलीवरी के लिए पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय पिछले कई महीनों से होमवर्क कर रहा है। इस दिशा में काफी खोज-बीन हो चुकी है। उम्मीद है कि इस योजना का पायलट परीक्षण अगले महीने से शुरू हो जाए। यह जानकारी मंत्रालय के वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों से मिली है।उल्लेखनीय है कि पेट्रोल पंपों पर लगने वाली लाइनों से निजात दिलाने तथा दूर-दराज के इलाकों में आसानी से पेट्रोल-डीजल की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सरकार इन ईंधनों की होम डिलीवरी की योजना बना रही है। इससे पहले सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोज तय करने के फॉर्मूले को अमली जामा पहना चुकी है।
होम डिलीवरी की योजना कैसे काम करेगी, यह पूछने पर बताया गया कि एलपीजी गैस सिलेंडरों की होम डिलीवरी की तरह ही पेट्रोल-डीजल की भी होम डिलीवरी होगी। इसके लिए दो तरीके अपनाए जा सकते हैं- पहला, मोबाइल पेट्रोल या डीजल डिस्पेंसर के जरिए घर-घर ईंधन की डिलीवरी हो और दूसरा यह कि एलपीजी की तरह पेट्रोल या डीजल को भी सील बंद कंटेनर में पैक किया जाए।