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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 2468 नव चयनित चिकित्सा शिक्षकों एवं स्टाफ नर्स को नियुक्ति पत्र देते हुए मरीजों की सेवा में जुटने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य और शिक्षक खुद भी ओपीडी में बैठें। मरीजों का दर्द दूर करें। ओपीडी में बैठने से उन्हें व्यवस्था सुधार संबंधी जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि एलोपैथ और आयुष चिकित्सा पद्धतियों में नए-नए शोध की जरूरत है। चिकित्सा शिक्षक इसमें अपना योगदान दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन रोजगार के तहत स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में 278 सहायक आचार्य, 2142 स्टाफ नर्स एवं 48 आयुष चिकित्सा शिक्षकों का चयन किया गया है। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। प्रधानाचार्य संबंधित कॉलेज का प्रमुख होता है। उसका जैसा व्यवहार होगा, उसी तरह से संबंधित कॉलेज की व्यवस्थाएं होंगी। यदि वह देर से कॉलेज पहुंचेगा तो वहां के अन्य डॉक्टर भी देर से आएंगे। ऐसे में मरीज उसके प्रति अपशब्द बोलेंगे। इसलिए प्रधानाचार्य व चिकित्सा शिक्षक खुद मरीजों से संपर्क रखते हुए मासिक और वार्षिक रिपोर्ट का संकलन करें।