(D.J)
सद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। सेंट्रल हाल में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के दोनों सदनों को संबोधन के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत हो गई। अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति ने सरकार द्वारा किए गए काम-काज का उल्लेख किया। इसके बाद निर्मला सीतारमण ने इकोनॉमिक सर्वे पेश किया। इकोनॉमिक सर्वे में सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023 के लिए 8 से 8.5% की विकास दर का अनुमान लगाया है। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था के 9.2 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। यह इस महीने की शुरुआत में जारी पहले अग्रिम अनुमानों के अनुरूप है। यह प्रोजेक्शन इस धारणा पर आधारित है कि आगे कोई महामारी नहीं होगी और आर्थिक व्यवधान नहीं होगा। मालूम हो कि बजट से पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाता है। भारत का पहला इकोनॉमिक सर्वे 1950-51 में पेश किया गया था। शुरू में साल 1964 तक यह बजट के साथ पेश किया जाता था लेकिन बाद में इसे अलग से पेश किया जाने लगा।
मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) डॉ. वी अनंत नागेश्वरन आज यानी 31 जनवरी को दोपहर 3.45 बजे नई दिल्ली में प्रेस से बात करेंगे। आर्थिक सर्वेक्षण की प्रस्तुति के कुछ ही दिन पहले सरकार द्वारा नियुक्त अर्थशास्त्री वी अनंत नागेश्वरन को नया सीईए नियुक्त किया गया था। नागेश्वरन, क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी और जूलियस बेयर ग्रुप के साथ एक अकादमिक और पूर्व कार्यकारी, के वी सुब्रमण्यम का स्थान लेंगे, जिन्होंने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद दिसंबर 2021 में सीईए का पद छोड़ दिया था। 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण से अगले वित्तीय वर्ष के लिए लगभग 9% की वृद्धि का अनुमान है, क्योंकि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था महामारी से उबरने के संकेत दे रही है।