(Hindustan)
भाजपा ने शुक्रवार को 91 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों की सातवीं सूची जारी कर दी। पार्टी ने सिद्धार्थनाथ, शाही, नंदी, जयप्रताप सहित एक को छोड़ सभी मंत्रियों को टिकट देकर फिर भरोसा जताया है। वहीं इस बार बड़ा उलटफेर करते हुए 34 फीसदी से ज्यादा नए चेहरों को मौका दिया गया है जबकि 59 फीसदी से ज्यादा सीटों पर मौजूदा विधायक फिर टिकट पाने में सफल रहे। हारी हुई अधिकांश सीटों पर प्रत्याशी बदले हैं। एक मंत्री सहित तीन विधायकों के बेटों को और गोसाईंगंज में सदस्यता रद्द होने के बाद खब्बू तिवारी की पत्नी को उतारा गया है। भाजपा ने अपने टिकट वितरण में सामाजिक समीकरणों को साधने के साथ ही महिलाओं के रूप में अपने कोर वोटर का भी खासा ख्याल रखा है।
मुकुट बिहारी वर्मा को छोड़ योगी मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को फिर टिकट मिला है। हालांकि मुकुट बिहारी की जगह उनके बेटे गौरव वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है जबकि मंत्री श्रीराम चौहान की सीट में बदलाव हुआ है। अब वो धनघटा की जगह खजनी से लड़ेंगे। भाजपा द्वारा घोषित 91 सीटों में 54 मौजूदा विधायकों को फिर टिकट मिला है जबकि 31 हारी और जीती सीटों पर नए चेहरे दिए गए हैं। इसमें अपने पिता और पति की जगह मैदान में उतरने वाले भी शामिल हैं। हारने वाली 6 सीटों पर पुराने लोगों को ही फिर उतारा है। 13 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं जबकि सलोन के विधायक दलबहादुर की मृत्यु होने के कारण वहां प्रत्याशी बदला गया है।
भाजपा ने 2017 में जीतने वाले 15 विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिया है। एक दिन पहले भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व कांग्रेस सांसद राकेश सचान को भी टिकट दिया गया है। जिन विधायकों के टिकट काटे गए हैं उनमें बेल्थरा रोड सीट से धनंजय कन्नौजिया की जगह छट्टूराम, बरहज से सुरेश तिवारी की जगह दीपक मिश्रा शाका, रामपुर कारखाना से कमलेश शुक्ला की जगह सुरेंद्र चौरसिया, देवरिया से डॉ सत्य प्रकाश मणि की जगह शलभमणि त्रिपाठी, हाटा से पवन कुमार की जगह मोहन वर्मा, कुशीनगर से रजनीकांतमणि त्रिपाठी की जगह पीएन पाठक, खजनी से संत प्रसाद की जगह श्रीराम चौहान, सहजनवा से शीतल पांडेय की जगह प्रदीप शुक्ला, हैदरगढ़ से वैदनाथ रावत की जगह दिनेश रावत, कोरांव से राजमणि कोली की जगह आरती कोल, फाफामऊ से विक्रमजीत की जगह गुरुप्रसाद मौर्य, भोगनीपुर से विनोद कुमार कटियार की जगह राकेश सचान, बिसवां से महेंद्र सिंह की जगह निर्मल वर्मा शामिल हैं। इनके अलावा सलोन सीट पर विधायक दलबहादुर की मृत्यु होने के कारण अशोक कोरी को टिकट मिला है। जबकि तिंदवारी और खलीलाबाद में भाजपा छोड़ने वालों की जगह नए प्रत्याशी उतारे गए हैं।