(A.U)
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान होते ही सियासी सरगर्मी तेजी पकड़े हुए हैं। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। इसको लेकर लगभग सभी दलों ने अपने पहले चरण के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है।
कुछ सीटों पर अभी माथापच्ची का दौर चल रहा है। वहीं, बुधवार को एक बड़ी खबर सामने आई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, समाजवादी पार्टी प्रमुख और आजमगढ़ (यूपी) से सांसद अखिलेश यादव चुनाव मैदान में होंगे। अखिलेश यादव भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
अखिलेश अगर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे तो वह किस सीट से उम्मीदवार होंगे यह अभी इसका फैसला नहीं हुआ है।
यूपी मंत्री मोहसिन रज़ा ने अखिलेश के चुनाव लड़ने के मामले में कहा कि वो(अखिलेश यादव) मन से चुनाव तो नहीं लड़ने जा रहें बल्कि वो भरे मन से चुनाव लड़ने जा रहे हैं, क्योंकि भाजपा ने सीएम योगी और उपमुख्यमंत्री केशव को चुनाव लड़ाने की बात की तो इसे लेकर उनके पार्टी के सदस्य ने जरूर सवाल किया होगा कि आप क्यों नहीं चुनाव लड़ेंगे?। मुझे नहीं लगता कि वो चुनाव लड़ना पसंद करते हैं क्योंकि मैदान में जाने वाले लोग हमेशा मैदान में दिखते हैं।
इससे पहले, मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने मिलकर अब्दुल्ला आजम सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं पर मुकदमे दर्ज कराएं हैं। नाहिद हसन पर दर्ज मुकदमे भी इसी श्रेणी के हैं। उन्होंने कहा कि सपा सरकार आई तो राजनीतिक मुकदमों की समीक्षा होगी और मनमाने तरीके से कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे। वे मंगलवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सपा के कई लोगों व वरिष्ठ नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। रामपुर के एक डीएम ने आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए मनमाने तरीके से लगातार मुकदमे दर्ज करवाए। कृष्णा पटेल सपा के साथ आ गई तो उनके साथ भी अन्याय होने लगा है। उनके ट्रस्ट की जांच शुरू हो गई। सपा की मान्यता खत्म करने की दायर याचिका के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर मुकदमे थे, उन्हें भाजपा ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री क्यों बनाया। अगर गंभीर मुकदमों की बात हो तो भाजपा कभी चुनाव नहीं लड़ पाएगी।