(AU)
अभिव्यक्ति की आजादी का पक्ष लेते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि असहिष्णु भारतीयों के लिए भारत में कोई जगह नहीं है। राष्ट्रपति ने राष्ट्रवाद पर भी अपनी राय रखते हुए कहा कि यह देश के लिए काफी जरूरी है।पिछले दिनों दिल्ली के रामजस कॉलेज में हुए विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को केवल डिबेट और वार्ता से ऐसे मुद्दों का समाधान करना चाहिए। उन्होने कहा कि छात्रों को इन मुद्दों पर लड़ाई-झगड़ा करके विवाद पैदा करना गलत तरीका है।