(DJ)
पश्चिम बंगाल में 18 सीटें जीतकर ममता बनर्जी का किला भेदने वाली भाजपा अब अपना रुख पंजाब की ओर करने जा रही है। इस संसदीय चुनाव में अपने हिस्से की तीन में से दो सीटें जीतने और तमाम शहरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पड़ी वोट से उत्साहित पार्टी ने अपने गठजोड़ साथी शिरोमणि अकाली दल से 50 फीसद मांगने की तैयारी कर ली है।
पार्टी की जिला प्रधानों और कोर कमेटी के मीटिंग में यह बात प्रमुखता से उभरी कि अब वक्त आ गया है जब भाजपा को पंजाब में अपने पांव पसारने चाहिए। पार्टी के पूर्व प्रधान कमल शर्मा तो सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि दोनों पार्टियों को अब आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। बता दें, इस समय भाजपा विधानसभा की 117 में से 23 और लोकसभा की 13 में से 3 सीटें लड़ती है। संसदीय चुनाव में पार्टी ने तीन में से दो सीटें जीत लीं और अपने वोट शेयर में इजाफा कर लिया है। जिला प्रधानों की मीटिंग में भी ज्यादातर नेता इस बात पर राजी थे कि भाजपा अपने कोटे को बढ़ाए, अन्यथा पार्टी का काडर हतोत्साहित हो जाएगा। मीटिंग में नई सदस्यता शुरू करने को भी मंजूरी दे दी गई है। पार्टी प्रधान श्वेत मलिक ने सभी जिला प्रधानों से कहा कि वे भाजपा को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनाने के लिए जी जान से जुट जाएं।