(DJ)
मई के दूसरे सप्ताह में भी हिमाचल में मौसम में अनिश्चितता बनी हुई है। तेज धूप के बाद बारिश व ओलावृष्टि का क्रम बीच-बीच में जारी है। शनिवार को प्रदेश के कुछ ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी और कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि व बारिश हुई। रोहतांग दर्रे सहित मनाली व लाहुल की चोटियों में रुक-रुक कर बर्फबारी का क्रम जारी रहा। रविवार को मौसम कुछ हद तक साफ हुआ है। लेकिन दो दिन बारिश व ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है।
शनिवार को शिमला व सिरमौर जिलों के कुछ क्षेत्रों सहित कई अन्य स्थानों में ओलावृष्टि से सेब, मटर, टमाटर, शिमला मिर्च, फ्रासबीन आदि फसलों को नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से करोड़ों रुपये की फसल बर्बाद होने की आशंका है। प्रदेश कृषि विभाग व बागवानी विभाग ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके लिए विभिन्न टीमों को जिम्मा सौंपा गया है। प्रदेश में सबसे अधिक ओलावृष्टि कुफरी में हुई। कुफरी में ओलों की तीन इंच मोटी परत बिछ गई। ओलावृष्टि से वाहनों को चलाने में दिक्कत आई। रोहतांग दर्रे सहित धुंधी की पहाड़ियों, मनालसू जोत, भृगु व दशौहर जोत, मकरवेद व शिकरवेद की पहाड़ियों, हामटा जोत, हनुमान टिब्बा व इंद्रकिला में बर्फ के फाहे गिरे।