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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या विवाद मामले में न्यायालय को जन आस्था का सम्मान करना चाहिए। इसके समाधान में 24वें से 25वां घंटा नहीं लगना चाहिए। वह सोमवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बोल रहे थे। बहिष्कार के चलते सदन में विपक्षी सदस्यों की गैरमौजूदगी में उन्होंने सपा, बसपा व कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए। कहा, अयोध्या में वर्ष 2005 में आतंकी हमला हुआ था। सपा सरकार ने आतंकियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था।
अब वे बोलते हैं कि राम मंदिर क्यों नहीं बना? उन्होंने कहा, अयोध्या विवाद में हमने अपना काम किया है। इस केस से जुड़े दस्तावेज का अनुवाद महज 6 माह में करके दे दिया। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय विशेष पीठ ने जब फैसला दिया था कि जहां रामलला विराजमान हैं, वहीं राम जन्मभूमि है, तो विवाद वहीं समाप्त हो गया था। विवाद जमीन के बंटवारे का नहीं था। तय होना था कि रामजन्म भूमि है या नहीं। इस विवाद के समाधान में 24वें से 25वां घंटा नहीं लगना चाहिए।