(AU)
अमेरिका के विरोध के बावजूद भारत और रूस के बीच पांच एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली के लिए सौदे पर हस्ताक्षर हो गए हैं। इसके अलावा दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और रेलवे समेत कई अन्य क्षेत्रों में भी समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। दोनों देशों के बीच कुल 8 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्ता ने भारत-रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा कि रूस के साथ अपने संबंधों को भारत सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। तेजी से बदलते इस विश्व में भारत और रूस के संबंध और भी अधिक प्रासंगिक हो गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा ‘मानव संसाधन विकास से लेकर प्राकृतिक संसाधनों तक, व्यापार से लेकर निवेश तक नाभिकीय ऊर्जा के शांतिपूर्ण सहयोग से लेकर सौर ऊर्जा तक, तकनीक से लेकर बाघों के संरक्षण तक, सागर से लेकर अंतरिक्ष तक, भारत और रूस के संबंधों का और भी विशाल विस्तार होगा। रूस से अब रिश्ते और भी मजबूत हो गए हैं। भारत की विकास यात्रा में रूस हमेशा हमारे साथ रहा है।’ पीएम मोदी ने कहा, हम दोनों देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई करने, अफगानिस्तान और इंडो-पैसिफिक कार्यक्रम, जलवायु परिवर्तन जैसे मामलों पर पारस्परिक लाभ है।