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लोकसभा के साथ ही होने वाले आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए टीडीपी और वाइएसआर कांग्रेस के बीच शह मात का खेल एक कदम और आगे बड़ गया है। टीडीपी सरकार से बाहर हुई, तो अब वाइएसआर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का दांव चल दिया है। माना जा रहा है कि शुक्रवार को टीडीपी राजग से अलग होने एलान कर सकती है। अविश्वास प्रस्ताव औपचारिक रूप से 21 मार्च को लाया जा सकता है। हालांकि आंध्र की अंदरूनी राजनीति में कोई भी दूसरा दल शामिल होगा इसकी गुंजाइश नहीं है। ऐसे मे अविश्वास प्रस्ताव औपचारिक रूप से पेश होने की उम्मीद नहीं है।
गुरुवार को वाइएसआर कांग्रेस के सदस्य वाईवी सुब्बारेड्डी ने लोकसभा महासचिव को नोटिस देकर कहा कि 16 मार्च के बिजनेस की सूची में ‘यह सदन मंत्रिमंडल में अविश्वास जताता है’ विषय को शामिल करें। वहीं वाइएसआर के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी ने सभी विपक्षी दलों को जो पत्र लिखा है कि उसमे कहा कि वह 21 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे और दूसरे दल इसका समर्थन करें। लंबे पत्र में उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया गया था, लेकिन सरकार इससे मुकर रही है। यानी शुद्ध रूप से यह एक प्रदेश का मामला है।