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बिहार में महागठबंधन के अंदर जहां मुखिया एकजुटता की अपील कर रहे हैं, वहीं नेताओं और प्रवक्ताओं के बीच बयानबाजी का तीखापन बढ़ता जा रहा है। जदयू नेता आरसीपी सिंह के बेनामी संपत्ति पर दिए बयान के बाद राजद नेता बीरेंद्र और जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह के बीच बयानबाजी गठबंधन के शीर्ष नेतृत्व को असहज कर रहा है। जदयू का नेतृत्व तो इस मामले में खामोश है, लेकिन राजद और कांग्रेस ने इसे गंभीरता से लिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने जहां इन बयानबाजी को गठबंधन के खिलाफ बताया है, वही राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने इसका ठीकरा मीडिया के ऊपर ही फोड़ा है।
उन्होंने कहा है कि मीडिया गठबंधन में फूट डालना चाहती है। इधर, सूत्र की मानें तो उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बीरेंद्र के बयान पर संज्ञान लेते हुए उन्हें फटकार लगाई है। तेजस्वी ने तल्ख लहजे में कहा कि वीरेंद्र के बयान का कोई मतलब नहीं है। उनके बयान पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। राजद विधायकों को चाहिए कि वे बयानबाजी छोड़ अपना काम करें। इधर, इस पूरे मामले पर भाजपा के प्रवक्ता संजय टाइगर ने महागठबंधन के अंदर चल रहे बयानबाजी को ध्यान भटकाने वाला बताया।