(AU)
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों से लिखित में हलफनामा मांगा है। गुरुवार को सुनवाई करते हुए शीर्ष न्यायालय ने दो दफ्ते बाद सुनवाई करेगी। बता दें कि इस मामले की सुनवाई कर रही पीठ के दो जजों के एक साथ नहीं होने के कारण बुधवार को सुनवाई नहीं हो सकी। आज का दिन बेहद अहम माना जा रहा था क्योंकि भाजपा नेता आडवाणी, उमा भारती, कल्याण सिंह आदि नेताओं पर बड़ा निर्णय ले सकती थी।मालूम हो कि पिछली सुनवाई में इस मामले में आडवाणी, उमा भारती, कल्याण सिंह सहित भाजपा और विश्व हिंदू परिषद के 13 नेताओं से षड्यंत्र के आरोप खत्म करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाया था। यह कहते हुए कि इस मामले में कुछ तो अनूठा है, शीर्ष अदालत ने यह जानना चाहा था कि आखिर इन नेताओं के खिलाफ पूरक चार्जशीट क्यों नहीं दायर की गई।
दरअसल इन नेताओं पर लगे षड्यंत्र के आरोप खत्म करना सुप्रीम कोर्ट के गले नहीं उतर रहा है। 6 मार्च की पिछली सुनवाई में पीठ ने कहा था कि प्रथमदृष्टया हमें आडवाणी, जोशी, कल्याण सिंह सहित 13 लोगों के खिलाफ षड्यंत्र के आरोप खत्म करना उचित नहीं नजर आता।