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उत्तर प्रदेश का कन्नौज लोकसभा क्षेत्र समाजवादी पार्टी का मजबूत गढ़ माना जाता है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव यहां से सांसद हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में डिपंल यहां से नहीं उतरेंगी. अखिलेश ने खुद ही इस सीट से चुनाव लड़ने का संकेत दिया है. पर सूबे के बदले सियासी समीकरण में अखिलेश के लिए भी कन्नौज से जीतना आसान नहीं होगा, क्योंकि 2014 के ही लोकसभा चुनाव में डिंपल को जीतने के लिए लोहे के चने चबाने पड़े थे. इसके बाद ही कहीं जाकर वो 19 हजार 907 वोट से जीत हासिल कर पाई थीं.
अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि कन्नौज लोहिया जी की सीट रही है, इसीलिए मैं चाहता हूं कि कन्नौज सीट से हमें चुनाव लड़ने का मौका मिले. वैसे पिछले साल 24 सितंबर को भी रायपुर में राजनीतिक दलों में परिवारवाद के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा था, ‘अगर हमारा परिवारवाद है तो हम तय करते हैं कि अगले चुनाव में हमारी पत्नी चुनाव नहीं लड़ेंगी. साफ है कि डिंपल 2019 के चुनाव में कन्नौज से नहीं लड़ेंगी. ऐसे में अखिलेश अपनी परपंरागत सीट पर किसी दूसरे को चुनाव लड़ाने के बजाय खुद ही उतरना चाहते हैं.