(AU)
बिहार में महागठबंधन में जारी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच तेजस्वी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर चर्चा हुई है। समझा जाता है कि इस बैठक के दौरान नीतीश ने राहुल से साफ कहा है कि सार्वजनिक जीवन में शुचिता और शुद्धता का ख्याल रखना ही होगा। जदयू प्रमुख के इस रुख से साफ है कि तेजस्वी के इस्तीफे की मांग का अध्याय अभी बंद नहीं हुआ है। राजनीतिक रुप से सबसे अहम राहुल से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रात्रि भोज में भी शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार बेशक सियासी विवाद का विषय बने तेजस्वी के इस्तीफे पर नीतीश-राहुल की बैठक में तत्काल कोई निर्णायक फैसला नहीं लिया गया। मगर दोनों नेता सिद्धांत रुप से इस बात से सहमत थे कि महागठबंधन को बचाए रखने की सबकी बराबर की जिम्मेदारी है। राहुल गांधी के 12 तुगलक लेन स्थित सरकारी निवास पर नीतीश और राहुल की करीब 40 मिनट की मुलाकात के दौरान शुरू के दस मिनट कांग्रेस के प्रभारी महासचिव सीपी जोशी मौजूद रहे। मगर इसके बाद करीब आधे घंटे की नीतीश-राहुल की वार्ता के दौरान कोई मौजूद नहीं था। इसीलिए दोनों की वार्ता का विस्तृत ब्यौरा सामने नहीं आया। मगर कांग्रेस और जदयू के शीर्ष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेजस्वी प्रकरण पर चर्चा के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों पर नीतीश ने कोई समझौता नहीं करने का अपना रुख साफ किया।