(DJ)
नोटबंदी के दौरान पार्टी के बैंक खातों में भारी-भरकम रकम जमा करने पर चुनाव आयोग ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को नोटिस भेजा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद आयोग ने इस दौरान बसपा के जमा किए गए कुल 105 करोड़ रुपये का हिसाब मांगा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती को शुक्रवार को भेजे गए चुनाव आयोग के इस नोटिस में बसपा से 15 मार्च तक जवाब मांगा गया है। इस संबंध में इलाहाबाद हाईकोर्ट के पार्टी को भेजे नोटिस के बाद अब चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट में दायर याचिका में आरोप लगाया गया था कि बसपा ने नोटबंदी के दौरान बहुत ही कम अवधि में अलग-अलग समय में अपने बैंक खातों में भारी-भरकम रकम जमा की है। लिहाजा, आयोग के चुनाव खर्च विभाग ने अब पार्टी से जवाब तलब किया है।
मायावती को भेजे नोटिस में नकद राशि जमा कराने का ब्योरा मांगते हुए उनसे जवाब देने की अपील की गई है। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक हजार और 500 रुपये के नोटों के तत्काल प्रभाव से बंद करने के ऐलान के बाद बसपा ने अपने विभिन्न बैंक खातों में पुराने एक हजार के नोट में 102 करोड़ रुपये और पुराने 500 के नोटों के रूप में तीन करोड़ रुपये जमा कराए थे। बसपा ने अब तक इस मोटी रकम की आय के स्रोत नहीं बताए हैं।