चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ का असर: पूर्वोत्तर में भारी बारिश की चेतावनी,

0

(AU)

बंगाल की खाड़ी में जहां तेज दबाव की वजह से दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्द आने की उम्मीद है वहीं दूसरी ओर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में परेशानियों की संभावना भी बढ़ गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि अगले 24 घंटे ओडिशा के लिए मुश्किलों भरे हो सकते हैं।विभाग के मुताबिक ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और तूफान की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ओडिशा में 24 घंटे में बदलने वाले हालात की वजह बंगाल की खाड़ी में उठने वाला समुद्री तूफान ‘मोरा’ है।

मोरा एक चक्रवाती तूफान है जो फिलहाल 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। मौसम वैज्ञानिक कह रहे हैं कि बंगाल की खाड़ी में उठ रहे इस चक्रवाती तूफान की वजह से मानसून केरल से पहले पूर्वोत्तर भारत में दस्तक देगा। स्काइमेट वेदर के मुताबिक, मोरा तेजी से नॉर्थ ईस्‍ट की ओर बढ़ रहा है और 30 मई को चटगांव के पास बांग्लादेश तट को पार कर जाएगा।

Share.
Twitter Auto Publish Powered By : XYZScripts.com