(Hindustan)
मोदी सरकार-दो अपने पहले बजट में ‘ईज ऑफ डूइंग’ के साथ लोगों के जीवन को बेहतर बनाने पर जोर देगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना पहला बजट पेश करते हुए कई ऐसे ऐलान कर सकती है, जिसका सीधा असर लोगों की जिंदगी पर पड़ेगा। बजट में किसान, कृषि, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य, छोटे व्यापारी, महिला सशक्तिकरण और रोजगार के अवसर बढ़ाने को तरजीह दी जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए सरकार के पहले बजट के भी संकेत दिए।
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कई ऐसी योजनाओं का जिक्र किया, जिन्हें सरकार भविष्य में लागू करना चाहती है। इनमें रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए 2024 तक देश में पचास हजार स्टार्टअप स्थापित करना और उच्च शिक्षा में सीट की संख्या बढ़ाना शामिल है। आम बजट पेश करते हुए सरकार गरीब और कमजोर वर्ग पर खास ध्यान देगी। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में इसका संकेत देते हुए कहा कि कहा कि सरकार ने गरीब और वंचित वर्ग को स्वरोजगार और कौशल के जरिए सशक्त बनाने का मार्ग अपनाया है। सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2022 तक दो करोड़ नए घर और गांवों में डेढ़ लाख नए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने का लक्ष्य रखा है।