‘ऊर्जा दाता बन सकता है उत्तर प्रदेश का किसान’, ग्रीन भारत समिट में नितिन गडकरी ने कहा- इथेनॉल की इकोनॉमी सबसे महत्वपूर्ण

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(DJ)

ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण हो सकती है। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ी सहजता से अन्नदाता किसानों को ऊर्जा दाता बनने की दिशा दिखाई।  कहा, खेती का विविधीकरण करके किसान केवल अन्नदाता नहीं बल्कि ऊर्जा दाता बन सकता है। ईंधन दाता बन सकता है। हवाई ईंधन दाता भी बन सकता है। इसमें उत्तर प्रदेश की अग्रणी भूमिका होगी। दैनिक जागरण व इंवेस्ट यूपी की ओर से आयोजित ग्रीन भारत समिट में गडकरी ने बढ़ते प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए इथेनॉल, सीएनजी व इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
भविष्य दृष्टा की तरह आने वाले समय की जरूरतों व किसानों की बढ़ती भूमिका भी बताई। कहा, इथेनॉल उत्तर प्रदेश में बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे देश में इथेनॉल ही ऐसा ईंधन है, जो पेट्रोल का विकल्प है। शत प्रतिशत इथेनॉल की कार बाजार में छह माह के भीतर लांच होने जा रही हैं, जिनसे एकदम प्रदूषण नहीं होगा।  उप्र की चीनी मिलों में जो इथेनॉल बनेगा, वह निर्यात भी होगा। कहा, इंडियन ऑयल के पंप हैं, वैसे इथेनॉल के पंप होंगे। इंडियन ऑयल 400 इथेनॉल पंप लगाने का काम शुरू कर चुका है। कंपनियों ने बाजार में इथेनॉल से चलने वाले स्कूटर व ई-रिक्शा भी लांच किए हैं।
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