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अखिलेश यादव व शिवपाल सिंह यादव के बीच सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा है ये तो होली के एक कार्यक्रम में दिख ही गया। वहीं, शिवपाल भी मौका मिलने पर अखिलेश को बख्शने के मूड में नही हैं। गोरखपुर व फूलपुर के उपचुनाव में बसपा, सपा के उम्मीदवारों का समर्थन कर रही है, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में दोनों पार्टियों के गठबंधन पर मायावती ने अभी स्पष्ट रुख नहीं दिखाया। कहा तो ये तक जा रहा है कि मायावती ने राज्यसभा की दसवीं सीट के लिए अंतिम समय में अपनी रणनीति बदलते हुए भीमराव अंबेडकर को प्रत्याशी बनाया। इसके पहले उनके भाई आनंद कुमार को बसपा की तरफ से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने के कयास लग रहे थे। लेकिन उनकी बदली रणनीति के पीछे कहीं न कहीं शिवपाल यादव के रूख को भी एक कारण माना जा रहा है।