(Hindustan)
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, नागरिकता संशोधन विधेयक, जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार प्रदान करने वाले अनुच्छेद 35-ए और अनुच्छेद-370 को खत्म करना और गोरक्षा जैसे कुछ अहम मुद्दों पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अपने सम्मेलन में चर्चा करेगी। उत्तराखंड के हरिद्वार में बुधवार और गुरुवार को विहिप एक सभा का आयोजन करने जा रही है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की उपशाखा विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल (केएमएम) की यह सभा हर साल हरिद्वार में होती है, जिसमें हिन्दू संत शामिल होते हैं। केएमएम को विहिप की सर्वोच्च निर्णायक संस्था माना जाता है। विहिप के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘यह सम्मेलन ऐसे समय में आयोजित किया जा रहा है, जबकि कुछ ही दिन पहले भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने अपना कार्यकाल शुरू किया है और उम्मीद जताई जा रही है कि वे राम मंदिर के निर्माण पर कुछ फैसला लेंगे।
शिवसेना प्रमुख उद्घव ठाकरे ने बीते रविवार (16 जून) को अयोध्या में कहा था कि मोदी सरकार के पास राम मंदिर पर फैसला करने की शक्ति है। उन्होंने कहा था, “हमने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की बात पर ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन किया था। अब राम मंदिर बनना चाहिये। यही जन भावना है। अयोध्या में तो भव्य मंदिर बनेगा ही। मोदी सरकार में राम मंदिर पर फैसला करने की शक्ति है।”