शायद भारतीय रेल यात्रिओं को स्पाइडर मैन से कम नही समझती , इसका एहसास Team khabarindia को तब हुआ , जब आज सुबह हमारे संवादाता दिल्ली से लखनऊ VIP कहीं जाने वालीनई दिल्ली लखनऊ AC स्पेशल ट्रैन से लखनऊ स्टेशन पहुंचे | BE1 ,B1, B2 कोच में बैठे यात्रिओं को लगा ट्रैन चारबाग़ के आउटर में खड़ीं हैं , लकिन जब अगले १० मिनट तक ट्रैन प्लेटफार्म से नही हिली तो कोच अटेंडेंट ने यात्रिओं को आकर बताया की उन्हें यही पटरी पर उतर कर प्लेटफार्म २ पर जाना पड़ेगा , यह सुन महिलायों और बच्चों से भरे यह तीनो कोचों में अफरा तफरीं का माहौल छा गया| महिलायें , बच्चें और बुजुर्ग ५ft की ऊंचाई से स्पाइडर मैन की तरह उतरते दिखें , ऐसे वक़्त में कोई भी उनकी सहायता के लिए नही था और कुली मन – माने दाम मांगते नज़र आये | यह वाक्या भारतीय रेल के दवारा किये जाने वाले वादों की पोल खोलता नज़र आया|