(Hindustan)
संसद के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन हंगामेदार रहा। जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा दोनों को शोर शराबे के चलते स्थगित करना पडा़। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित टिप्पणी को लेकर राज्यसभा में जारी गतिरोध को दूर करने के लिए सदन के नेता अरूण जेटली और संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा से मुलाकात की।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर मनमोहन सिंह पाकिस्तान के साथ मिलकर साजिश कर रहे थो तो क्या सरकार सो रही थी? उन्होंने अभी तक FIR क्यों नहीं दर्ज करवाई। इससे पहले जेटली ने कहा था कि वह कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे ताकि इस मुद्दे का कोई समाधान निकाला जा सके। उच्च सदन में मंगलवार को प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान आरोप प्रत्यारोप लगते रहते हैं। लेकिन कुछ आरोप घातक हो सकते हैं।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ऐसे ही आरोप एक पूर्व प्रधानमंत्री पर लगाए गए हैं जो 10 साल तक इस पद पर रहे। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की ईमानदारी और देश के प्रति उनकी निष्ठा पर सवाल किए गए हैं। आजाद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के अलावा 10 साल तक पद पर रहे पूर्व उपराष्ट्रपति, पूर्व विदेश मंत्री, पूर्व सेना प्रमुख आदि पर भी आरोप लगाए गए हैं।