(Hindustan)
केंद्र सरकार वर्ष 2030 तक 300 जिलों में शहरी गैस नेटवर्क के विस्तार में 1.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शहरों में सीएनजी पंप और रसोई गैस पाइपलाइन नेटवर्क के विस्तार किया जाएगा। एक साल के दौरान 136 क्षेत्रों में सीएनजी पंप और पाइप नेटवर्क के जरिए घरों तक रसोई गैस पहुंचाने के लिये लाइसेंस वितरित किए जा चुके हैं।
पांच साल में इनके क्रियान्वयन से शहरी गैस नेटवर्क 70 प्रतिशत आबादी तक पहुंच जाएगा। पेट्रोलियम मंत्री यहां शहरी गैस वितरण नेटवर्क के तहत 50 भौगोलिक क्षेत्रों में काम शुरू होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इन भौगौलिक क्षेत्रों के लिये 10वें दौर की बोली के दौरान आवंटन किया गया था।
1.2 लाख करोड़ रुपये निवेश होगा शहरी गैस नेटवर्क विस्तार में
70 प्रतिशत आबादी तक पहुंचेगा पांच साल में शहरी गैस नेटवर्क
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि 2030 तक सीएनजी से चलने वाले वाहनों की संख्या भी मौजूदा 34 लाख से बढ़कर दो करोड़ रुपये तक पहुंच जायेगी। पाइप के जरिये खाना पकाने की गैस प्राप्त करने वाले घरों की संख्या भी इस दौरान दोगुनी होकर 52 लाख तक पहुंच गई है। वर्ष 2030 तक इस संख्या के पांच करोड़ तक पहुंच जाने का अनुमान है।