(DJ)
संसद सत्र के दौरान सदन से गैरहाजिरी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के सांसदों को एक बार फिर आगाह किया है। दोनों नेताओं ने पार्टी सांसदों को सदन में हाजिर होने की हिदायत दी है। ध्यान देने की बात है कि भाजपा सांसदों की गैरहाजिरी के कारण सरकार को सदन के भीतर कई बार असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है।
भाजपा संसदीय दल की कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष ने सांसदों को कहा कि संसद के भीतर सरकार के एजेंडे जोरदार तरीके से रखने के लिए उनकी अधिकतम उपस्थिति जरूरी है। पिछले तीन साल में प्रधानमंत्री कई बार सांसदों को अनुपस्थिति को लेकर फटकार लगा चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद सांसदों का रवैया नहीं बदला है।
सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती राज्यसभा में अपनी नीतियों और कार्यक्रमों के बचाव में आती है, जहां विपक्ष संख्या बल में उस पर भारी पड़ता है। ऐसे में खुद अपने सांसदों की अनुपस्थिति से स्थिति असहज हो जाती है। शीतकालीन सत्र के दौरान पिछड़ा वर्ग आयोग से संबंधित विधेयक में विपक्ष संशोधन पास कराने में सफल रहा था। सरकार बजट सत्र में इस विधेयक को नए सिरे से संसद में पेश करने की तैयारी में है। इसके साथ राज्यसभा में तीन तलाक से संबंधित विधेयक भी पास होना है। ऐसे में भाजपा सांसदों की अधिकतम उपस्थिति जरूरी है। वैसे पिछले महीने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के राज्यसभा पहुंचने और वहां उनकी उपस्थिति से भाजपा सांसदों के लिए सदन से गायब रहना अब आसान नहीं होगा।