(A.U)
हिमाचल, उत्तराखंड व जम्मू-कश्मीर में ऊंची चोटियां बर्फ से लकदक, तापमान में गिरावट से बढ़ी ठंड। हिमाचल में 460 सड़कें बाधित, जबकि 642 बिजली ट्रांसफार्मर और 38 पेयजल योजनाएं ठप। हिमाचल, उत्तराखंड व जम्मू-कश्मीर में बृहस्पतिवार को चोटियों पर भरी बर्फबारी व मैदानी इलाकों में बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया। इससे ठंड के साथ दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं। बारिश-बर्फबारी से हिमाचल में 460 सड़कें बाधित हैं, जबकि 642 बिजली ट्रांसफार्मर और 38 पेयजल योजनाएं ठप पड़ गईं। वहीं, उत्तराखंड में केदारनाथ, द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ में भी भारी बर्फबारी हुई है। केदारनाथ में ढाई से तीन फुट बर्फ गिरी जबकि यहां पहले से 15 फुट से अधिक बर्फ जमा है। बर्फबारी की मार मैदानों तक है। गलन ने जीना मुहाल कर दिया है।
हिमाचल में लाहौल-स्पीति के दारचा में बुधवार रात दो हिमखंड गिरे हैं, हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। रोहतांग समेत लाहौल के कई क्षेत्रों में साढ़े तीन फुट तक हिमपात हुआ है। उधर, जम्मू-कश्मीर में नथाटॉप और पटनीटॉप के साथ किश्तवाड़ में बर्फबारी हुई है। कश्मीर के गुलमर्ग और पहलगाम में भी ताजा हिमपात हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार श्रीनगर में 2.3 मिलीमीटर (एमएम), जम्मू में आठ एमएम, कटड़ा में 9.6 एमएम बारिश हुई है। श्रीनगर में अधिकतम पारा 4.4 डिग्री, पहलगाम में 2.2 डिग्री और गुलमर्ग में माइनस 0.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है।
उत्तराखंड में अल्मोड़ा, रानीखेत, पिथौरागढ़ में सीजन का पहला हिमपात हुआ है जबकि नैनीताल समेत मंडल के ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से बदरीनाथ हाईवे जोशीमठ के जोगीधारा से आगे और रुद्रप्रयाग-पोखरी, जोशीमठ-मलारी और जोशीमठ-औली मार्ग भी बंद हो गया है। चमोली जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों के जहां 150 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं।