(Hindustan)
एम्स में शुक्रवार से कोरोना से बचाव के लिए नैजल वैक्सीन के बूस्टर डोज का ट्रायल शुरू हो रहा है। एम्स में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर संजय राय ने बताया कि शुक्रवार से ट्रायल शुरू किया जा रहा है। यह नाक से दिए जाने वाले टीके की बूस्टर खुराक का ट्रायल है। इसका ट्रायल देश के नौ अस्पतालों में हो रहा है। इनमें एम्स दिल्ली भी शामिल है। यहां लगभग 100 लोगों पर इसका ट्रायल होगा। डॉक्टर संजय राय ने कहा कि यह पहली नैजल वैक्सीन है, जिसका बूस्टर डोज के लिए ट्रायल हो रहा है। इसलिए ट्रायल में शामिल होने का मानक भी तय किया गया है। इसमें 18 साल से ऊपर के लोगों को ही शामिल किया जाएगा। इसके अलावा जो दोनों डोज ले चुके हैं, वे ट्रायल का हिस्सा हो सकते हैं।
ट्रायल में कोविशिल्ड या कोवैक्सीन दोनों में से कोई टीका लगा होने वाला शख्स शामिल हो सकता हैं। लेकिन जरूरी है कि पांच से सात महीने के बीच दूसरी डोज ली हो। डॉक्टर राय ने कहा कि जिन लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लिए पांच महीने हो गए हैं वे शामिल हो सकते हैं, लेकिन दूसरी डोज लिए सात महीने से अधिक नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद सुरक्षित टीका है और आने वाले समय में कोरोना के मामले बढ़ने पर बूस्टर खुराक की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में यह ट्रायल महत्वपूर्ण है।