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ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग की सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों को चुनौती दी है कि वो ईवीएम को हैक करके दिखाएं. आयोग ने इसके लिए पार्टियों को रविवार और सोमवार का वक्त दिया है. कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी समेत करीब 16 विपक्षी पार्टियों की ओर से ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जताए जाने के बाद चुनाव आयोग ने यह बैठक बुलाई थी.
बैठक में क्या हुआ?
आज की बैठक में 7 राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा 48 मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय पार्टियों में से 35 के नुमाइंदे शरीक हुए. मीटिंग की शुरुआत मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी के भाषण से हुई. उन्होंने ईवीएम में छेड़छाड़ के अलावा वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के प्रस्तावित इस्तेमाल के बारे में बात की. इसके बाद आईआईटी से बुलाए गए आईटी विशेषज्ञों ने प्रतिनिधियों को ईवीएम में इस्तेमाल होने वाले सुरक्षा मानकों के बारे में बताया. बैठक में सभी पार्टियों के नुमाइंदों को बोलने के लिए 5 मिनट का वक्त दिया गया था.
बंटा नजर आया विपक्ष
सर्वदलीय बैठक में बीजेपी से भूपेन्द्र यादव, जेडीयू से केसी त्यागी, आम आदमी पार्टी से मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज, एनसीपी से डीपी त्रिपाठी और बीएसपी से सतीश चंद्र मिश्र शामिल हुए. लेकिन बैठक में विपक्ष बंटा हुआ नज़र आया. अभी तक ईवीएम में टेंपरिंग की बात कर रहे सौरभ भारद्वाज ने VVPAT से चुनाव कराने की बात की. वहीं बीएसपी बैलेट पेपर से चुनाव कराने के पक्ष में थी. दूसरी ओर, जेडीयू के केसी त्यागी ने कहा कि चुनाव आयोग विश्वास बहाल करे.