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विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शनिवार को चीन के चार दिवसीय यात्रा के लिए रवाना हो गयी हैं। वहां वे शंघाई कोऑपरेशन आर्गेनाइजेशन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेंगी। इस विदेश यात्रा के दौरान सुषमा स्वराज 4 दिन चीन में और 2 दिन मंगोलिया का दौरा करेंगी। सुषमा स्वराज शंघाई सहयोग संगठन में भाग लेने के अलावा चीन की राजकीय यात्रा करेंगी। माना जा रहा है कि इस यात्रा से चीन-भारत के बीच राजनीतिक विश्वास और रिश्ते मजबूत होंगे। सुषमा चार दिवसीय दौरे पर 21 अप्रैल को चीन पहुंचेंगी। 22 अप्रैल को वे अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ मुलाकात करेंगी। पिछले महीने वांग के स्टेट काउंसलर बनने के बाद सुषमा की उनसे यह पहली मुलाकात होगी।सुषमा और वांग यी 73 दिनों तक चले डोकलाम विवाद के कारण दोनों देशों के बीच आए तनाव को दूर करने के मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
सुषमा स्वराज 24 अप्रैल को शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्री स्तर की बैठक में हिस्सा लेंगी। वह चीनी हिंदी शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों से भी मिलेंगी। शंघाई सहयोग संघठन के सदस्य देश चीन, कजाखस्तान, किर्गिजस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान हैं। भारत और पाकिस्तान इस संगठन में पिछले साल ही शामिल हुए हैं। भारत-पाकिस्तान के शामिल होने के बाद यह विदेश मंत्रियों की पहली बैठक है। शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों की विदेश मंत्री परिषद का सम्मेलन 24 अप्रैल को बीजिंग में आयोजित होगा।