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राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की आज होने वाली अहम बैठक के पहले ही विपक्षी खेमे में दरार दिखने लगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने NDA उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की घोषणा करने के बाद कहा कि वह आज बैठक में शामिल नहीं होगी। विपक्षी खेमे ने अभी तक किसी नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके निवास पर मुलाकात से इन अटकलों को बल मिला है कि वह दौड़ में आगे चल रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि जदयू की घोषणा के बाद दिन में कांग्रेस तथा गैर एनडीए दलों के वरिष्ठ नेताओं के बीच गहन विचार विमर्श का दौर चला कि किस प्रकार विपक्ष को एकजुट रखा जाए। विपक्ष की बैठक का समन्वय कर रही कांग्रेस ने उम्मीद जताया कि उन सभी दलों के नेता आज की मुलाकात में शामिल होंगे जो 26 मई को सोनिया द्वारा दिए गए दोपहर के भोज में शामिल हुए थे।
इस बीच लेफ्ट पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कुछ भी हो, हम चुनाव लड़ेंगे। चुनाव के लिए कांग्रेस के विकल्प के बारे में पूछे जाने पर पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि यह एक काल्पनिक सवाल है और 17 जुलाई के चुनाव के लिए विपक्ष एक संयुक्त रणनीति के बारे में फैसला करेगा। तिवारी ने कहा कि बैठक के बाद एक स्पष्ट उत्तर उपलब्ध होगा। सपा के नरेश अग्रवाल ने कहा कि विपक्षी दल बैठक में संयुक्त रूप से किसी उम्मीदवार के बारे में फैसला करेंगे।
इस बीच कुछ वाम नेताओं ने सपा नेता मुलायम सिंह यादव के आज लखनऊ में योग दिवस से संबंधित एक कार्यक्रम में मौजूद होने का जिक्र किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए।