(Hindustan)
अगला आम बजट भी एक फरवरी को ही पेश किया जाएगा। पिछले साल शुरू हुई इस परंपरा के तहत वित्त मंत्री अरुण जेटली पांचवीं बार आम बजट पेश करेंगे। ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी कि इस बार बजट की तारीख को जनवरी में किया जा सकता है। मगर एक वरिष्ठ अधिकारी ने तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है।
2016 में बदला है नियम
2019 के लोकसभा चुनावों से पहले यह एनडीए का आखिरी बजट होगा। पिछले साल 2016 में केंद्र सरकार ने आम बजट की तारीख को महीने के आखिरी से बदलकर फरवरी माह के पहले दिन कर दिया गया था। इसके पीछे का तर्क विभागों को आवंटित बजट को खर्च करने के लिए पर्याप्त समय देना था। गुजरात चुनावों की वजह से शीतकालीन सत्र को छोटा कर दिया गया है। मगर केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बजट की तारीख को पहले करने का कोई सवाल नहीं है और यह एक फरवरी को ही पेश किया जाएगा।’
आम बजट के साथ ही रेल बजट भी
वर्ष 2016 में आम बजट के साथ रेल बजट को जोड़ दिया गया था। अभी तक वित्त वर्ष को अप्रैल-मार्च के बजाय जनवरी-दिसंबर करने पर फैसला नहीं हो पाया है। वित्त मंत्रालय ने एक अप्रैल से वित्त वर्ष की शुरुआत के साथ ही बजट की तैयारी शुरू कर ली थी। इसके तहत सितंबर में सभी विभागों को जानकारी जमा करने के लिए सर्कुलर जारी कर दिया गया। सभी मंत्रालयों और विभागों को 2019 के लिए अपने अनुमानित बजट को 30 सितंबर तक जमा करने को कहा गया था।